रायपुर। रायपुर क्राइम ब्रांच और गंज पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने गोवा के एक फ्लैट में बुधवार को छापा मारकर 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि सभी एमडी आनलाइन सट्टा चला रहे थे और उनकी निगरानी अंशू और करीम नाम के दो युवक चौबीसों घंटे कर रहे थे। गौरतलब है कि, एमडी सट्टे में साल में दूसरी बार दुबई का कनेक्शन आया है।
छत्तीसगढ़ के युवक भी शामिल, 10 करोड़ का ट्रांसक्शन रिकॉर्ड
जिन आरोपियों को गोवा में पकड़ा गया, उनमें छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के लड़के शामिल हैं। आरोपियों के पास से हाईटेक उपकरण और बड़ी संख्या में मोबाइल-लैपटाप जब्त किए गए हैं। आनलाइन सट्टे में 10 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी शो हुआ है। पकड़े सटोरियों ने रायपुर पुलिस को बताया कि एमडी-143 नाम की आईडी 25 लाख रुपए में खरीदी थी, उसी से गेम चला रहे थे। पुलिस को आशंका है कि एमडी की 1 से लेकर 1000 तक की आईडी चल रही होंगी। आईडी बेचने में जय, करण और मोहित के नाम आए हैं और माना जा रहा है कि इनकी लोकेशन भी खाड़ी देशों में ही कहीं होगा।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
दरअसल, गंज पुलिस ने हाल में एक व्यक्ति को पकड़ा, जिसके बारे में पता चला कि वह आनलाइन सट्टा खेल रहा है। उससे मोबाइल जब्त हुआ और पूछताछ की गई तो उसने कुछ नंबर दिए और बताया कि इन्हीं से लाइन लेकर वह सट्टा खेल रहा था। पुलिस इस नंबरों की जांच में जुटी तो सभी गोवा में एक्टिव पाए गए। इसके बाद छापेमारी प्लान की गई। माना के एक केस में क्राइम ब्रांच की टीम महाराष्ट्र में थी, जिसे गोवा भेज दिया गया। एएसपी क्राइम संदीप मित्तल और डीएसपी क्राइम संजय सिंह के अनुसार एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि टीम गोवा में गैंग पर नजर रखे और मौका मिलते ही छापेमारी करे। गोवा में दो दिन गैंग की निगरानी के बाद क्राइम ब्रांच ने एमवीआर होम्स के एक फ्लैट पर छापा मारा गया। वहां गिरोह के सभी 8 लोग पकड़ में आ गए। इनसे मौके पर ही 4 लैपटॉप, 1 कैमरा, 27 मोबाइल फोन, 1 राउटर और लिंक कनेक्टर, 11 एटीएम कार्ड और 1 चेकबुक जब्त की गई।
दुबई या दूसरे खाड़ी देशों में बैठे इस गैंग के आकाओं की खोजबीन करेगी पुलिस
गोवा में आपरेट कर रहे इस गैंग के सभी 8 युवकों को रायपुर पुलिस ने शुक्रवार को मीडिया के सामने लाया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जय, करण और मोहित नाम के युवकों से एमडी-143 आईडी 25 लाख में खरीदी थी और गोवा से ही आनलाइन सट्टा खिलवा रहे थे। फ्लैट में एक कैमरा था, जो चौबीसों घंटे चलता था। इसके बारे में पूछताछ हुई, तब खुलासा हुआ कि दुबई से अंशू और करीम नाम के लोग इस गैंग पर चौबीसों घंटे इसी लाइव कैमरे से नजर रख रहे थे और यह गैंग उन्हीं लोगों से निर्देश भी ले रहा था। अब इन पांच युवकों तथा इनके आकाओं की तलाश भी शुरू की गई है। इस पूरे आपरेशन में क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर परेश पांडेय, एसआई सतीश पुरिया के साथ सुलतान, गुरुदयाल, सरफराज, रविकांत, हिमांशु, आशीष, मुनीर, राजिक, राकेश, किसलय और सुरेश तथा गंज टीआई दीपक पासवान और एएसआई शंकरलाल साहू शामिल थे।