राज्यसभा सदस्य ने पीएम मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान पर किया पलटवार
रायपुर। कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य रंजीत रंजन ने कहा कि बहुत दुखद है प्रधानमंत्री जो भारतीय जुमला पार्टी के है पूरे देश के प्रधानमंत्री है। पहले राजस्थान फिर अलीगढ़ में झूठ बोला अब छत्तीसगढ़ में रात रूकने वाले है। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह भी रूक चुके है। सत्ताधारी लोग घबराये हुये है। आज तक के इतिहास में किसी कोई प्रधानमंत्री के बारे में इतनी ओछी और घटिया टिप्पणी नहीं की थी। प्रधानमंत्री की गरिमा को उस तरह से देखा नहीं कि एक प्रधानमंत्री के पद में रहते हुये दूसरे प्रधानमंत्री जिनका पूरा वर्ल्ड लोहा मांगता था के बारे में स्तरहीन टिप्पणी करें। 2008 में पूरा वर्ल्ड में आर्थिक मंदी थी उस समय पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे, जिन्होंने ने अपने देश को बचाने का काम किया था। आज देश का प्रधानमंत्री झूठ बोल रहा है उनके बारे में इससे ओछी हरकत आज से पहले हमारे देश के किसी प्रधानमंत्री ने नही किया है। प्रधानमंत्री की गरिमा की रक्षा करनी चाहिये और इस तरह के झूठे और इस तरह के ओछी बाते पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में नहीं कहनी चाहिये।
रंजीत रंजन ने कहा कि जो उन्होंने मंगलसूत्र-मंगलसूत्र का बयान दिया वह उनकी सोच को बताता है वह महिलाओं को हेय दृष्टि से देखते है। एक महिला होने के नाते मैं इसकी निंदा करती हूं। देश की मजबूत महिलाये है जो 1962 से इंदिरा गांधी ने ज्वेलरी और गहने तक आर्मी वाले को दे दिये थे। आर्मी वाले के नाम पर समर्पित किये थे। प्रधानमंत्री का बयान बहुत ही छोटी और ओछी हरकत है। आप किसी का मंगलसूत्र के नाम से तुलना कर रहे है और मंगलसूत्र एक महिला का सुहाग होता है और महिला को हेय दृष्टि से देखने का अधिकार पूरे हिंदुस्तान में किसी को भी नहीं है न ही प्रधानमंत्री को है।
कांग्रेस पार्टी पांच गारंटी लेकर आयी है। युवा न्याय, महिला न्याय, किसान न्याय, मजदूर न्याय और हिस्सेदारी न्याय यह कांग्रेस की गारंटी है। भारत में तानाशाही चल रहा। गुजरात में चार-चार प्रस्तावक को यह कह दिया कि एक दिन पहले उनके साईन नहीं करके और र्निविरोध एक सांसद वहां चुन लिया गया। चुनाव के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है। इस तरह के तानाशाही जो हो रहा है लोकतंत्र देख रहा है। आज कांग्रेस पार्टी का एक डेलिगेशन चुनाव आयोग के पास गया जिस तरह की टिप्पणियां प्रधानमंत्री कह रहे है आज चुनाव आयोग क्यों चुप है और क्यों उन पर कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है यह बहुत ही सोचनीय विषय है।