वाशिंगटन। अमेरिका में पढ़ने वाले 20 वर्षीय भारतीय छात्र की मौत का मामला सामने आया है। यह घटना मार्च महीने की बताई जा रही है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मौत के इस मामले के पीछे ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ ऑनलाइन गेम था। इसे ‘सुसाइड गेम’ भी कहा जाता है। इससे पहले भी ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ गेम का शिकार काफी बच्चे हो चुके हैं। इसलिए इसे ‘सुसाइड गेम’ भी कहते हैं।
20 वर्षीय छात्र मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष में पढ़ता था। वह 8 मार्च को मृत पाया गया था। ब्रिस्टल काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के प्रवक्ता ग्रेग मिलियोट ने कहा कि मामले की जांच ‘स्पष्ट आत्महत्या’ के रूप में की जा रही है। बताया जा रहा है कि मार्च महीने में 20 वर्षीय छात्र ने ऑनलाइन खेल ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ खेलते हुए आत्महत्या कर ली।
मीडिया में चली थी लूटपाट के बाद हत्या की खबर
छात्र की मृत्यु को व्यापक रूप से एक हत्या के रूप में मीडिया में रिपोर्ट किया गया था, जिसमें उन्हें बोस्टन विश्वविद्यालय में नामांकित के रूप में गलत पहचान दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि लूटपाट के बाद उसका शव जंगल में एक कार में पाया गया था। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दो मिनट तक छात्र की सांसें चल रही थीं। पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है कि छात्र की मौत की वजह क्या है। लेकिन ब्लू व्हेल चैलेंज का एंगल होने की आशंका भी जताई जा रही है।
क्या है ब्लू व्हेल चैलेंज गेम
ब्लू व्हेल चैलेंज’ एक ऑनलाइन गेम है, जिसमें प्रतिभागियों (पार्टिसिपेंट) को एक चैलेंज दिया जाता है। इस गेम में 50 स्टेप्स हैं, जो धीरे-धीरे कठिन होते जाते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह गेम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खेला जाता है। यह खेल सोशल मीडिया के गुप्त समूहों में खेला जाता है। खेल के संचालक डिप्रेशन से जूझ रहे युवाओं को निशाना बनाते हैं और उन्हें खेल में शामिल होने का न्योता देते हैं। इसमें एक एडमिनिस्ट्रेटर और पार्टिसिपेंट शामिल होता है। एडमिनिस्ट्रेटर 50 दिन की अवधि के दौरान प्रतिदिन एक टास्क सौंपता है। शुरुआत में ये टास्क सिंपल होते हैं लेकिन अंतिम चरण में खुद को नुकसान पहुंचाने के साथ वे काफी कठिन होते जाते हैं।