नई दिल्ली। प्रसिद्ध मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय अभियान के प्रमुख (शेफ-डी-मिशन) के पद से इस्तीफा दे दिया है। 41 साल की मैरी कॉम ने कहा कि उनके पास अब कोई विकल्प नहीं है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOC) की अध्यक्ष पीटी उषा ने इसकी पुष्टि की है और कहा है कि उचित परामर्श के बाद उनकी जगह पर किसी और व्यक्ति का नाम रखा जाएगा।
बता दें कि, शेफ डी मिशन किसी भी ओलंपिक में देश के दल का सबसे अहम प्रशासनिक सदस्य होता है। खिलाड़ियों से जुड़ी सारी सुविधाओं के इंतजाम की जिम्मेदारी उसी पर होती है। किसी तरह की विवाद होने की स्थिति में भी खिलाड़ियों की तरफ से वही पक्ष रखता है।
मैरीकॉम ने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को पत्र लिखकर अपने निर्णय के बारे में लिखा। पीटी उषा को लिखे गए पत्र में मैरी कॉम ने कहा, “किसी भी रूप में देश की सेवा करना गर्व की बात है। मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी, लेकिन मुझे खेद है कि मैं यह जिम्मेदारी नहीं उठा सकूंगी। मैं निजी कारणों से पीछे हट रही हूं।”
इस पद के लिए 21 मार्च को घोषित हुईं मैरी कॉम ने आगे कहा, “इस तरह पीछे हटने से मैं शर्मिंदा हूं। मैं ऐसा करती नहीं हूं, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। मैं ओलंपिक खेलों में भाग ले रहे अपने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए हमेशा रहूंगी।” मैरी कॉम 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक होने वाले ओलंपिक खेलों में भारतीय दल की अभियान प्रमुख के लिए चुनी गई थीं।
मैरी कॉम के इस निर्णय पर पीटी उषा ने एक बयान में कहा, “हमें दुख है कि ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज और भारतीय ओलंपिक संघ एथलीट आयोग की प्रमुख मैरी कॉम निजी कारणों से पद से हट गई हैं। हम उनके फैसले और निजता का सम्मान करते हैं। उनके विकल्प के बारे में जल्दी ही घोषणा की जाएगी।”
पीटी ऊषा ने आगे कहा,“मैं उनके अनुरोध को समझती हूँ और उनके फैसले का सम्मान करती हूं। मैंने उनसे (मैरी कॉम से) कहा है कि भारतीय ओलंपिक संघ और मेरा सहयोग हमेशा उनके साथ है। मैं सभी से उनकी निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती हूं।” बताते चलें कि मैरी कॉम 6 बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज हैं।