नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का नया डेटा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इस जानकारी में राजनीति पार्टियों ने बताया है कि उन्होंने कितने बॉन्ड को भुनाया है और उसकी राशि कितनी है। 15 मार्च के आदेश के अनुसार चुनाव आयोग को यह लिस्ट नई जानकारी के साथ 17 मार्च शाम 5 बजे तक अपलोड करनी थी। आयोग को यह डेटा रजिस्ट्री से डिजिटल रूप में पेन ड्राइव में मिला था।
वेबसाइट में वह जानकारी साझा की गई है जो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद चुनाव आयोग ने सीलबंद लिफाफे में रजिस्ट्री को सौंपा था। एक दिन पहले यानी शनिवार को रजिस्ट्री ने वो जानकारी चुनाव आयोग को वापस लौटा दी थी। जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने उस जानकारी को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के अप्रैल 2019 के एक अंतरिम आदेश के बाद उनको इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले चंदे के बारे में चुनाव आयोग को सौंपी थी। चुनाव आयोग ने इसे तत्कालीन कानून के हिसाब से गोपनीय रखते हुए सील्ड लिफाफे में रखी थी।
763 पेज का डेटा किया अपलोड
बता दें कि इससे पहले 14 मार्च को चुनाव आयोग ने चुनावी बॉन्ड से जुड़ी एक और जानकारी अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक की थी। इसमें 763 पेज की दो लिस्ट थी, जिसमें एक में बॉन्ड खरीदने वालों की जानकारी थी जबकि दूसरी में बॉन्ड को भुनाने वालों की जानकारी थी।
किसे कितना मिला चंदा?
पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी ने कुल 6986.5 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड भुनाए हैं। पार्टी को 2019-20 में सबसे ज्यादा 2555 करोड़ रुपए मिले थे। दूसरी ओर कांग्रेस ने चुनावी बॉन्ड के जरिए कुल 1334.35 करोड़ रुपए भुनाए हैं। बीजद ने 944.5 करोड़, वाईएसआर कांग्रेस ने 442.8 करोड़, टीडीपी ने 181.35 करोड़, तृणमूल कांग्रेस को 1397 करोड़, बीआरएस ने 1322 करोड़, सपा को चुनावी बॉण्ड के जरिए 14.05 करोड़, अकाली दल को 7.26 करोड़, अन्नाद्रमुक को 6.05 करोड़, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 50 लाख रुपए का चंदा मिला है।