बिलासपुर। जिले के कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने विशेषाधिकार हनन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने जिले में प्रभारी मंत्री के विभागीय समीक्षा बैठक की सूचना नहीं देने का जिक्र करते हुए बिलासपुर जिला प्रशासन पर जानबूझकर कांग्रेस विधायकों के उपेक्षा करने का गंभीर आरोप लगाया है और कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने इसके साथ ही निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रति अफसरशाही पर अंकुश लगाने और अधिकारों की रक्षा करने की मांग भी की है।
क्या है मामला?
दरअसल, कोटा से कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह को पत्र लिखते हुए कहा है कि, बिलासपुर में आज जिले के प्रभारी मंत्री व डिप्टी सीएम अरुण साव के विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था। जिला प्रशासन ने इस बैठक का आयोजन किया था, लेकिन इसकी सूचना कांग्रेस विधायकों को नहीं दी गई। निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र के प्रति उनके भी उत्तरदायित्व हैं। ऐसे में बिलासपुर जिला प्रशासन ने कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की जानबूझकर उपेक्षा कर उनके विशेषाधिकार का हनन किया है, जो कि अपत्तिजनक व गंभीर है।
अफसरशाही भी हावी
विधायक अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा अध्यक्ष से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रति अफसरशाही पर अंकुश लगाने और अधिकारों की रक्षा करने की मांग की है। विधायक अटल श्रीवास्तव ने पत्र की प्रतिलिपि नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत को भी प्रेसित किया है। गौरतलब है कि, जिले के प्रभारी मंत्री व डिप्टी सीएम अरुण साव आज बिलासपुर जिले के प्रवास पर थे। अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद उन्होंने जिले की विभागीय समीक्षा बैठक भी ली थी। जिसमें भाजपा विधायक व जनप्रतिनिधि शामिल थे, लेकिन कांग्रेस विधायको व जनप्रतिनिधियों को बैठक की सूचना नहीं दी गई थी। जिसके कारण वे बैठक में शामिल नहीं हो सके।