रायपुर/ छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने नारायणपुर जिले के ग्राम- कुकड़ाझोर में किसान हीरा बढ़ई की आत्महत्या की घटना को कांग्रेस के कुशासन का परिणाम करार देते हुए कहा कि हम 5 साल से कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस ने किसानों को कर्ज के मकड़जाल में फांसकर आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। यह बेहद गंभीर विषय है कि कांग्रेस के राज में कर्ज में डूबकर निराश हुए किसान अब तक कांग्रेस के पाप भोग रहे हैं क्योंकि प्रदेश में अभी अभी परिवर्तन हुआ है और कांग्रेस के राज में कर्ज में फंसे एक किसान ने आत्महत्या की है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने राज्य के किसानों के साथ धोखाधड़ी की। अन्याय की सारी सीमाएं लांघकर उनके लिए काल के गाल में समाने के लिए छोड़ दिया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि राजनीतिक पैंतरे बाजियो में कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है। 5 साल में किसानों का हाल इतना बेहाल कर दिया कि किसान मौत को गले लगाते रहे। यह जो किसान की खुदकुशी की हृदय विदारक घटना सामने आई है, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पर भी कांग्रेस ने घटिया राजनीति करते हुए जांच कमेटी का ऐलान किया है। कांग्रेस को जांच यह करनी चाहिए कि उनकी सरकार में कर्ज के बोझ से दबे किसान अब भी आत्महत्या कर रहे हैं तो कांग्रेस की सरकार चलाने वालों पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस ने लगातार किसान आत्महत्या का पाप किया है और अब यह कथित जांच कमेटी गठित कर यह कबूल किया है कि उसकी सरकार में कर्ज में डूबे किसान ने खुदकुशी की है। जब कांग्रेस सरकार के मुखिया मुनादी पीटते रहे कि किसानों को पैसा दिया है तो फिर किसान कर्जदार क्यों बने तथा आत्महत्या करने मजबूर क्यों हैं?