रायपुर। रायपुर उत्तर विधानसभा में टिकट को लेकर भाजपा में बवाल मचा हुआ है। टिकट वितरण में जरा सी चूक हुई तो कांग्रेस के खाते में यह सीट आसानी से जा सकती है और भाजपा को कई सीटो का नुकसान हो सकता है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र से श्रीचंद सुंदरानी, संजय श्रीवास्तव, देवजी पटेल, सुनील सोनी, शदाणी दरबार के गुरु के पुत्र उदय शदाणी, ललित जयसिंह, अमित चिमनानी सहित एक दर्जन नेता सक्रिय है।
भाजपा ने कई दौर के सर्वे कराये हैं। इस सर्वे में भाजपा की हालत उतनी अच्छी नहीं बताई गई है। टिकट का हर दावेदार खुदको नंबर एक में बताता हैं। वास्तविक स्थिति सिर्फ आलाकमान को मालूम है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र से हर समाज अपनी संख्या ज्यादा बताकर टिकट के लिये दावे प्रस्तुत कर रहे है। लेकिन इसमें सिंधी समाज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। सिंधी समाज के सर्वोच्च संस्था शदाणी दरबार के पुत्र के दावेदारी करने के बाद हड़कंप मचा है। बताया जाता है कि भाजपा के ही एक दिग्गज नेता योजनाबंद्ध तरीके से उदय शदाणी का नाम सामने रखकर शहर में राजनीति करने वाले तमाम नेताओं की दावेदारी को कमजोर कर दिया है।
शदाणी दरबार का भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से अच्छा संबंध होने के कारण यह माना जा रहा है कि उदय की दावेदारी पर मुहर लग सकती है। वहीं भाजपा के विरोधीगुट के नेताओं का यह दावा है कि विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय नेताओं में से किसी एक को टिकट दी जाएगी। उदय शदाणी को टिकट मिलने की खबर से नाराज नेताओं ने भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से मुलाकात कर अपनी बात रखी। वही अलग-अलग तरीके से नेताओं को भाजपा दफ्तर भेजकर विरोध भी जताया जा रहा है। इस संबंध में मंडल स्तर के पदाधिकारियों की भी बैठक अगले सप्ताह होने की अटकलें हैं।
टिकट के अन्य दावेदार मंडल पदाधिकारियों के जरिये विरोध के स्वर पार्टी दफ्तर तक पहुंचाने की जुगात में लगे हैं। सिंधी समाज के नेताओं में ही अधिक फूट होने के संकेत मिल रहे हैं। अमित चिमनानी व ललित जयसिंह की सक्रियता से समाज के लोगों में एकजुटता आई है। दोनों नेताओं की सक्रियता कई लोगों को अखरने लगी है। टिकट वितरण गड़बड़ी के बाद कई दिग्गज नेताओं के भाजपा छोड़कर विद्रोह करने की खबरें आ रही है। कई विधानसभ क्षेत्रों में सिंधी समाज का प्रभाव होने के कारण भाजपा के परंपरागत वोट को बिखरने से बचाने के लिये पार्टी नेताओं में आगामी दिनों बैठक होने की चर्चा है।
उत्तर विधानसभा क्षेत्र से लगातार सिंधी समाज से प्रत्याशी चयन से अन्य समाज के कार्यकर्ता भी नाराज है। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय दमदार नेता को टिकट देने से पार्टी मजबूत होगी कार्यकर्ताओं का सम्मान होगा। टिकट दावेदारों को लेकर वाट्सअप ग्रुप में कार्यकर्ताओं के बीच ही युद्ध छिड़ गया है। हर कोई अपने नेता को अच्छा बताने और टिकट की मांग जोरदार तरीके से कर रहे हैं। टिकट वितरण को लेकर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के नेताओं के बीच मतभेद उभरकर आने के बाद कई प्रकार की रणनीतियां दावेदार अपना रहे है।