रायपुर। मेरे जन्मदिन के अवसर पर रैली में जो लोग शामिल हुए थे वो सभी मेरा परिवार है। सतनाम समाज को ही मैं अपना परिवार मानती हूं। अगर समाज कहे तो मैं चुनाव लड़ने को भी तैयार हूं। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुए आज 22 वर्ष हो चुके हैं। मगर आज तक समाज के हित और मुद्दों के लिए कोई आगे नहीं आया। आज भी हमें अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ता है। आखिर ये परिस्थिति आती ही क्यों है?
यह कहना है प्रियंका गुरु का, बता दें कि हाल ही में उनका जन्मदिन समाज के द्वारा बड़े ही भव्य तरीके से मनाया गया। जन्मदिन की रैली में प्रदेश भर से जनसैलाब उमड़ा था। पैदल चलने वालों के अलावा तकरीबन 1000 कारें उनके जन्मदिन की रैली में शामिल हुई। जन्मदिन के अवसर पर सड़क पर कारों का काफिला देख हर कोई हैरान था।
हर किसी के मन में एक ही सवाल था कि यह जन्मदिन का आयोजन है या किसी राजनेता का शक्ति प्रदर्शन। जब टीआरपी ने इस बारे में प्रियंका गुरु से चर्चा की तो उन्होंने अपने समाज को संदेश देते हुए कहा कि…
सतनाम की लूट है लूट सको तो लूट, वर्ना पछताओगे जब प्राण जाएंगे छूट
समाज की एकजुटता पर उन्होंने कहा जन्मदिन तो एक बहाना है… समाज को एक बनाना है। प्रियंका गुरु ने आगे कहा कि यह समाज के लोगों का ही प्यार है जिन्होंने मेरे जन्मदिन पर इस तरह का भव्य आयोजन कर मेरे इस जन्मदिन को यादगार बना दिया। उन्होंने कहा कि यह कोई शक्ति प्रदर्शन या चुनावी रैली नहीं, यह एक पारिवारिक और समाजिक उत्सव था। जिसे मेरे समाज के लोगों ने बेहद भव्य बना दिया।